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आपमें "धन की चेतना" है या? 17-09-2025

Mani

Wed , Sep 17 2025

Mani

आपमें "धन की चेतना" है या "गरीबी की चेतना" है?

कभी-कभार या झटकों के साथ किए गए प्रयासों के साथ इन नियमों का उपयोग करने से आपको कोई लाभ नहीं होगा!

अगर आपको परिणाम चाहिए तो क्या करना होगा?

आपको सभी नियमों का पालन करना होगा जब तक कि उनका पालन करना आपकी आदत न बन जाए।आवश्यक "धन की चेतना" को आप दूसरे किसी तरीके से विकसित नहीं कर सकते।गरीबी उस व्यक्ति की तरफ आकर्षित होती है जिसका मस्तिष्क इसके प्रति अनुकूल होता है। और धन ऐसे व्यक्ति की तरफ आकर्षित होता है जिसका मस्तिष्क इसे आकर्षित करने के लिए पूरी तरह तैयार होता है ।और इसमें इन्ही नियमों का सहारा लिया जाता है। जिस मस्तिष्क धन की चेतना नहीं होती गरीबी की चेतना उस मस्तिष्क को  अपने आप जकड़ लेती है। गरीबी की चेतना बिना कुछ किए अपने आप आ जाती है इसके लिए आदतों को सचेतन रूप से लागू करने की या विकसित करने की कोई जरूरत नहीं होती।

धन की चेतना को व्यवस्थित करना होता है जब तक कि आपने वह चेतना न उत्पन्न हो जाए।

पूर्व के पैरेग्राफ में कही गई बातों के पूरे महत्व को समझे और इसके बाद आप दौलत कमाने में लगन के महत्व को अपने आप समझ जाएँगे।


लगन के बिना आप शुरू करने से पहले ही हार जाएंगे। जबकि लगन के साथ जीत आपकी ही होगी

आपको लगन के महत्व का एहसास होगा। 

अगर आपने कभी कोई बुरा सपना देखा हो तो आपको लगन के महत्व का एहसास होगा। आप बिस्तर पर पड़े हैं, आधे जागे हैं और आपको ऐसा लग रहा है जैसे आपको कुचल दिया गया है। आप करवट नहीं ले सकते या एक मांसपेशी भी नहीं हिला सकते। आपको एहसास होता है कि आपको अपनी मांसपेशियों पर फिर से नियंत्रण करना चाहिए। इच्छाशक्ति के लगन भरे प्रयास के द्वारा आप अंततः अपने एक हाथ की उंगलियों को हिलाने में सफल होते हैं। अपनी उंगलियों को हिलाना जारी रखते हुए आप अपने नियंत्रण को अपनी पूरी बाँड तक ले आते हैं जब तक कि आप इसे उठा न लें। इसके बाद आप दूसरे हाय के साथ भी यही करते हैं। अंततः आप अपने एक पैर की मांसपेशियों पर नियंत्रण कर लेते हैं और यही दूसरे पैर के साथ भी करते हैं। फिर इच्छा के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के द्वारा आप अपने मांसपेशीय तंत्र पर पूरा नियंत्रण हासिल कर लेते हैं और अपने बुरे सपने से बाहर निकल आते हैं। इसमें क़दम दर क़दम चलना ही रहस्य है।

अगर आप सावधानी से अपने"मास्टर माइड"समुह की चुनते है। तो इसमें आपको कम से कम एक आदमी ऐसा मिलेगा जो लगन के विकास में आपकी सहायता करेगा। कुछ लोगों ने बेहद अमीरी इसलिए हासिल की क्योंकि ये मजबूर थे। उन्होंने लगन की आदत विकसित की क्योंकि परिस्थितियों ने उन्हें ऐसा करने के लिए विवश किया था और उन्हें मजबूरन लगनशील बनना पड़ा।

जिन्होंने लगन की आदत डाली है उन्होंने एक तरह से असफलता का बीमा करा लिया है

जिन्होंने लगन की आदत डाली है उन्होंने एक तरह से असफलता का बीमा करा लिया है। चाहे वे कितनी ही बार असफल हो जाएँ परंतु वे आखिरकार सीढ़ी के शिखर पर पहुँच ही जाते हैं। कई बार ऐसा लगता है जैसे कोई छुपा हुआ मार्गदर्शक कहीं पर है जो निराशाजनक अनुभवों के द्वारा लोगों को परखता है। जो लोग हारने के बाद अपने आपको उठा लेते हैं और कोशिश करना जारी रखते हैं और अंततः सफल हो जाते हैं उनसे दुनिया कहती है, "शाबाश! हम जानते थे कि तुम यह कर सकते हो।" छुपा हुआ मार्गदर्शक लगन के इम्तहान से गुज़रे बिना किसी को भी महान उपलब्धि का आनंद नहीं लेने देता। जो लोग यह इम्तहान नहीं देते वे इसमें उत्तीर्ण भी नहीं होते।

जो लोग "सहन करते हैं" उन्हें उनकी लगन का प्रचुर पुरस्कार भी मिलता हैं। बदले में उन्हें वह लक्ष्य हासिल होता है जिसका वे पीछा करते हैं। यही सब कुछ नहीं है। उन्हें भौतिक समृद्धि के अतिरिक्त भी बहुत कुछ प्राप्त होता है- यह ज्ञान कि"हर असफलता अपने साथ अपने ही बराबरी के लाभ का बीज लाती है।"

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राधे राधे

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