शक्ति का आठवाॉं नियम
दूसरों को अपने पास बुलाओ खुद उनके पास मत जाओ"
शक्ति का असली खेल तभी शुरू होता है, जब लोग खुद आपके पास आना शुरू करें न
ये नियम क्यों जरूरी है?
बार-बार पहुंचने वाला हमेशा नीचे दिखता है। जो खुद को बहुत आसानी से उपलब्ध कराता है, उसकी अहमियत धीरे-धीरे खत्म हो जाती है। जब लोग खुद आपके पास आने लगते हैं तो आप कंट्रोल में रहते हैं।
आसान है -
बस इतना ध्यान रखना कि आप 'ज़रूरत' बनें, भीख' नही।
रिश्तों में कैसे दिखता है ये नियम ?
जब हम जवाब न मिलने पर भी किसी को बार-बार फोन करे, मैसेज करे तो हमारी Value गिर जाती लेकिन अगर हम संतुलन और धैर्य पूर्वक सिर्फ समय समय पर ही लोगो से आत्मावश्वासपूवक और गर्मजोशी से मिलते है, तो सामने वाला सोचता है "इस इंसान से बात करना ज़रूरी है।"
यहीं Rule #8 है -
अपने मौन और संतुलन से दूसरों को अपनी ओर खीचना।
"Lifedb" का अनुभव
जब हमने "Lifedb" शुरु किया, तो हमने लोगों के पीछे भागने के बजाय कंटेंट को बोलने दिया। ना फॉलो के लिए रिक्वेस्ट, ना DM में भेजी गई लिक, बस वैल्यू, consistency और क्लास। और लोग खुद जुड़ते चले गए। ये नियम किताब से पहले, ज़िदगी में काम करता है।
इतिहास से उदाहरण
1. भगवान कृष्ण -
कभी ज़ोर से नहीं बोले, कभी व्यथं गुस्सा प्रदर्शित नहीं किया लेकिन जब युद्ध का समय आया, सब उन्हीं से मार्गदर्शन लेने पहुंचे।
2. महात्मा गांधी -
कभी सत्ता के पीछे नहीं भागे, सिर्फ नैतिक बल G से खड़े रहे। और पूरी जनता खुद उनसे जुड़ गईं।
3. "Lifedb" जैसा हर वो ब्रांड जो खुद नहीं दौड़ता, लोग उसके पास आते हैं।
ये नियम कहा-कहा लागू होता है ?
रिश्तों में:बार-बार chase करने से आप needy लगते हैं। थोड़ा स्पेस, थोड़ा मौन सामने वाले को सोचने पर मजबूर करता है।
व्यवसाय में: हर क्लाइंट के पीछे मत भागो। अपनी वैल्यू इतनी बनाओं कि क्लाइंट खुद बार-बार आए।
सोशल मीडिया / पब्लिक लाइफ में: हर चीज़ के लिए मिन्नत मत करो, क्रिएट करो ऐसा असर, कि लोग खुद पास आएं।
इसे कैसे अपनाएं ?
हर बार खुद पहल मत करो कभी-कभी थोड़ा इंतज़ार ज़रूरी होता है। खुद को उपलब्द रखो, लेकिन मुफ्त में नहीं।
कभी-कभी "ना" बोलना आपके कद को और ऊँचा कर देता है।
Value create करो, फिर उसे पकड़कर बैठे नहीं रहो, छोड़ दो, ताकि लोग उसे खोजें।
आत्मनिरीक्षण
क्या आप बार-बार कॉल करके या रिक्वेस्ट भैजकर खुद को कमज़ोर कर रहे हैं? क्या आप हर बार रिश्तों को बचाने के लिए पहले झुकते हैं? क्या आप खुद को इतना पेश कर रहे हैं कि लोग आपको हल्के में लेने लगे हैं? अब रुकिए। खुद को इतना स्ट्रॉन्ग बनाइए कि लोग आपको मिस करने लगें।
Rule #9 तो इस पोस्ट को 3 दोस्तों से शेयर करो और कमेंट में बताओ: इस नियम ने आपको क्या महसूस कराया? क्या आपने कभी chase करते हुए खुद की अहमियत खो दी?
कमेंट में ज़रूर लिखो: "Rule #9 चाहिए"
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